लाख सीना ओ जिगर वाले हो डर जाओगे।

मेरे हालात से गुजरोगे    तो मर जाओगे।।

झूठ की जिंदगी जीने की तुम्हे आदत है

सामना सच का करोगे तो मुकर जाओगे।।

तुमको इस दिल में बिठाया था बड़ी भूल हुयी

क्या खबर थी मेरी नजरों से भी गिर जाओगे।।

प्यार एक ऐसा ठिकाना है जहाँ से उठकर

हर जगह धोखे ही धोखे हैं जिधर जाओगे।।

नफरती तुण्द हवाओं में हो बिखरे बिखरे

प्यार के साये में आ जाओ संवर जाओगे।।

सुरेश साहनी

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है