मैं ख़ाकसार हूँ मुझसे मेरीअज़मत मत पूछ।
मैं आहदार हूँ कमज़ोर हूँ ताक़त मत पूछ।।
मैं पायदान हूँ बुनियाद की ज़रूरत भी
तू बुलन्दी पे है जर्रे की हैसियत मत पूछ।।
खामोशियों के शहर में सभी बराबर हैं
सुरेश अब यहाँ छोटी बड़ी तुर्बत मत पूछ।।
सुरेश साहनी
मैं ख़ाकसार हूँ मुझसे मेरीअज़मत मत पूछ।
मैं आहदार हूँ कमज़ोर हूँ ताक़त मत पूछ।।
मैं पायदान हूँ बुनियाद की ज़रूरत भी
तू बुलन्दी पे है जर्रे की हैसियत मत पूछ।।
खामोशियों के शहर में सभी बराबर हैं
सुरेश अब यहाँ छोटी बड़ी तुर्बत मत पूछ।।
सुरेश साहनी
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