लल्लो-चप्पो लिखो यही तो कविता है।

सच से भागे रहो यही तो कविता है।।


श्रोताओं की नब्ज पकड़ लो बेहतर है

खूब चुटकुले पढ़ो यही तो कविता है।।


सत्ता के विपरीत गीत न लिख देना

सत्ता के संग रहो यही तो कविता है।।


शोषण अत्याचार देश के हित में है

मौन समर्थन करो यही तो कविता है।।


अब कैसा संघर्ष सेठ मजदूरों में

सुविधाभोगी बनो यही तो कविता है।।

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