ख्वाबों पे संजीदा मत हो

टूट गये तो दिक्कत होगी।

फिर ग़म से बाहर आने में

तुमको बड़ी मशक्कत होगी।।


यादों के अनगिनत झरोखे

आठो पहर खुले रहते हैं।

अच्छी और बुरी यादों के

प्रतिफल सदा एक रहते हैं


स्मृति अमरबेल होती हैं

भूलोगे फिर स्मृत होगी।। ख्वाबों......


मन के अश्व मचलने मत दो

प्रेम पथिक बनने की ख़ातिर

व्यसन आदि की सहज अधिकता

पतन मार्ग पकड़ेगी आखिर


अभी बहुत मनभावन है पर

आगे यही मुसीबत  होगी।।ख्वाबों....


सुरेश साहनी ,कानपुर

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