दी थी  खूब  दुहाई मालिक ।

किसको पड़ा सुनाई मालिक।।

बुधिया ने फरियाद नही की

उसमें थी रुसवाई मालिक।।

किसकी रपट दरोगा लिखता

सब थे हाई  फाई  मालिक ।।

वादा तो सबका था लेकिन

किसने बात उठाई मालिक।।

अच्छे दिन आने की सूरत

देती नहीं दिखाई मालिक।।

सुरेश साहनी ,कानपुर

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