किसी के पास सागर है मगर वो खुद में गाफिल है

हमारी प्यास सहराओं में जाकर सर पटकती है।।सुरेश साहनी

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है