अगर रुसवाईयों से यूँ डरेगा।

मुहब्बत ख़ाक़ तू मुझसे करेगा।।


ज़हाँ वालों से यूँ डरता फिरेगा।

हमारे साथ कैसे चल सकेगा।।

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