मैंने उसके सो चुके अंतःकरण की बात की।
उसने जन हित कह के बाजारीकरण की बात की।।
उसने मुझको याद दिलवाए कई कानून भय
जब भी मैंने उसके गिरते आचरण की बात की।।

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