मेरे लोकप्रिय गीत के कुछ अंश,
चुप रहो प्यार होने तलक चुप रहो।
पीर उपचार होने तलक चुप रहो।।
प्यार ही बोधि है प्यार ही मर्म है।
प्यार से है सृजन प्यार ही कर्म है
प्यार आचार होने तलक चुप रहो।।
हम मिलें इक नई ज़िन्दगी मिल सके
सुनके किलकारियाँ हर खुशी मिल सके
यूँ ही दो चार होने तलक चुप रहो।।
लोक कल्याण की साधिका हो तुम्हीं
कृष्ण निर्माण हित राधिका हो तुम्हीं
मुक्त संसार होने तलक चुप रहो।।
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