होता है मगर आपके जैसा नहीं होता।
ऐसा नहीं होता कभी वैसा नहीं होता।।
कुछ तो कमी हममे है ये हम मानते भी है
वरना यूँ मुहब्बत का तमाशा नहीं होता।।
होता नहीं है फिर भी यही हमने सुना है
हाँ अक़्ल बड़ी होती भैंसा नहीं होता।।
होता है मगर आपके जैसा नहीं होता।
ऐसा नहीं होता कभी वैसा नहीं होता।।
कुछ तो कमी हममे है ये हम मानते भी है
वरना यूँ मुहब्बत का तमाशा नहीं होता।।
होता नहीं है फिर भी यही हमने सुना है
हाँ अक़्ल बड़ी होती भैंसा नहीं होता।।
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