शायद भगवान ने

इन्हें नहीं बनाया है

जिनके घर तो घर

बस्तियाँ भी 

फूंक दी जाती हैं,

इसीलिए तो वे गांव से 

अलग बसाई जाती हैं।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

अपरिभाषित

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है