यह अंकों का प्रतिशत क्या है

क्या जीवन से अधिक बड़ा है

तुमने एक परीक्षा दी है

जबकि सबका सारा जीवन

उनका और हमारा जीवन

लम्बी बड़ी परीक्षा ही है

यह जीवन सौ प्रतिशत जानो

फिर चाहे मानो मत मानो

इस जीवन का कितना प्रतिशत

मम्मी पापा जी पायें हैं।

इम्तेहान जैसे क्रिकेट है

तुमने केवल यह देखा है

सचिन खेल में शतक लगाकर

ऊंचाई पर पहुँच गया है

क्या तुमको यह नहीं दिखा है

कितनी बार शून्य पर आउट

कितनी बार जल्द रन आउट

कितनी बार हिट विकेट होकर

कई कई बार बिना खेले ही

सचिन तेंदुलकर लौटा है

पर क्या तुमको दुख से रोता

बैट पटकता बाल नोचता

कोई खिलाड़ी कभी दिखा है

इस जीवन मे जीवन रण में

हरदम खेल लगा रहता है

हार जीत सब अंग इसी के

पास और फेल लगा रहता है

जिसने खेला अच्छा खेला

आज नहीं कल शतक बनेगा

कितने ही रीयल हीरो हैं

जो कक्षा दस पास नहीं हैं

पर ऐसे लोगों ने अपना 

जीवन सौ प्रतिशत जीया है

भले बोर्ड में फेल हुए हों

किन्तु मनोबल पास किया है।।

सुरेश साहनी , कानपुर

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