सदमे


 अभी सदमे से मैं उबरा नही हूँ।

ये हैरत है कि मैं टूटा नही हूँ।।


किसी झोंके से मैं पाला बदल लूँ

कोई टूटा हुआ पत्ता नही हूँ।।


हमें मालूम है वह जा चुका है

समझता हूँ कोई बच्चा नही हूँ।।


सहारा दोस्तों को दे न पाऊं

अभी इतना गया गुज़रा नही हूँ।।


उसी ने साथ छोड़ा है हमारा

मैं अपनी बात से बदला नही हूँ।।


अभी कुछ रोज मन भारी रहेगा

अभी जी भर के मैं रोया नही हूँ।। 


अभी से कीमतें लगने लगी हैं

अभी बाज़ार में पहुँचा नही हूँ।।

#सुरेशसाहनी

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