आप से दूर हम कहाँ जाएं

दिल से मजबूर हम कहाँ जाएं।।


दिल की दुनिया है आप से रौशन

होके बेनूर हम कहाँ जाएं।।


मरकज़-ए- गर्मी- ए -इश्क़ हैं आप

ढूंढने तूर हम कहाँ जाएं।।


होश होता तो मयकदे जाते

हम हैं मख़मूर हम कहाँ जाएं।।


उस मसीहा ने फेर ली नज़रें

लेके नासूर हम कहाँ जायें।।


उम्र भर जीस्त का सफ़र करके

थक के हैं चूर हम कहाँ जाएं।।


Suresh sahani

Kanpur

9451545132

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