मेरा चंदा मेरे तारे साथ रहे।।
जाने कितने ख़्वाब हमारे साथ रहे।।
यूँ तो मैंने दिन काटे तन्हाई में
वक़्त पड़ा तो अपने सारे साथ रहे।।
अंधियारे तन्हाई वाले क्या डसते
उनकी यादों के उजियारे साथ रहे।।
खुशियों की दौलत ने वो दिल बांट दिये
वर्षों तक जो ग़म के मारे साथ रहे।।
सूट बूट ने उनको हमसे अलग किया
जो बचपन मे खूब उघारे साथ रहे।।
डेरे वालों ने कब साथ दिया किसका
राहों में अक्सर बंजारे साथ रहे।।
हर होली में एक दुआ हम करते हैं
खुशियों का हर रंग तुम्हारे साथ रहे।।
सुरेश साहनी,कानपुर
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