जीवन तरु मुरझाने मत दो
कितनी भी आएं बाधायें
आंधी हों या तेज हवाएँ
आशा दीप बुझाने मत दो।
प्रभु ने अवसर हमे दिया है
जी भर भर कर हमे दिया है
क्यों कृतज्ञ हम रहें किसी के
खुद को कभी लजाने मत दो।। जीवन तरु.....
एक फूल मुरझा सकता है
यह जग बहुत बड़ी बगिया है
भ्रमर बनो इस जग उपवन के
समय निरर्थक जाने मत दो।।जीवन तरु....
एक तुम्हे देता है धोखा
समझो इसे सुनहरा मौका
कोई नया प्रतीक्षारत है
ठुकरा दो ठुकराने मत दो।।जीवन तरु....
यह दुनिया रंगीन बहुत है
वो ही नहीं हसीन बहुत है
किसी एक की खातिर रो कर
उसको ख़ुशी मनाने मत दो।।जीवन तरु....
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