आ गए औक़ात पे अब ठीक है।
क्या कहें इस बात पे अब ठीक है।।
वो टिकट मिलते ही बोले क्या कहें
मुल्क़ के हालात पे अब ठीक है।।
जातिवादी कह रहे हैं वोट दें
जात पे ना पात पे अब ठीक है।।
आ गए हैं आज गोरखनाथ से
वो मछिंदरनाथ पे अब ठीक है।।
हम सियासी हैं मगर इतने नहीं
जो कहें हर बात पे अब ठीक है।।
सुरेश साहनी,कानपुर
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