मंजरे आम हो गया हूं मैं।
खूब बदनाम हो गया हूं मैं।।
आप किस बात से पशेमा हैं
सिर्फ नाकाम हो गया हूं मैं।।
क्या मिलेगा मेरे तआरूफ से
जबकि गुमनाम हो गया हूं मैं।।
आ भी जाओ कि कुछ उजाला हो
डूब कर शाम हो गया हूं मैं।।
मंजरे आम हो गया हूं मैं।
खूब बदनाम हो गया हूं मैं।।
आप किस बात से पशेमा हैं
सिर्फ नाकाम हो गया हूं मैं।।
क्या मिलेगा मेरे तआरूफ से
जबकि गुमनाम हो गया हूं मैं।।
आ भी जाओ कि कुछ उजाला हो
डूब कर शाम हो गया हूं मैं।।
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