जाते जाते निशान छोड़ गया।

अपने पीछे जहान छोड़ गया।।

शाम के साथ साथ ढल जाता

उसका जाना बहुत नहीं खलता

ये ख़ता माफ हो नहीं सकती

दिन में जो आसमान छोड़ गया।।

और हम उसपे नाज़ करते थे

जैसे दुनिया पे राज करते थे

साथ देना था उम्र भर लेकिन

बीच मे बेइमान छोड़ गया।।

#सुरेशसाहनी

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