तुम्हारे साथ होली है तो होली है।।
हंसी ठट्ठा ठिठोली है तो होली है।।
भरी रंगों की पिचकारी
तुम्हारी भीगती सारी
और उसपे तंग चोली है तो होली है।।
कोई गाता कबीरा है
कहीं उड़ता अबीरा है
चन्दन रंग रोली है तो होली है।।
कहीं पापड़ कहीं गुझिया
कहीं ठंडाई है बढ़िया
कहीं पर भांग गोली है तो होली है।।
झाँझ और चंग बजते है
ढोल मृदंग बजते है
मिले मस्तों की टोली है तो होली है।।
कहीं इक मस्त साली है
कहीं सरहज बवाली है
मधुर भाभी की बोली है तो होली है।।
कहीं जीजा मिले हंसकर
कहीं मनुहार रत देवर-
ने मन की गांठ खोली है तो होली है।।
सभी अपनों की यारों की
नाते- रिश्ते दारों की
भरी खुशियों से झोली है तो होली है।।
#सुरेशसाहनी
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