ज़माना तुमको हाथों हाथ लेगा

अगर मुमकिन हो तन्हा चल के देखो।

पराया भी तुम्हे अपना लगेगा

अगर मुमकिन हो तन्हा चल के देखो।।

Suresh Sahani 

KANPUR

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