कैसे कह दूँ कि अक्लमंद न था ।

उसका रुतबा भी कम बुलन्द न था।।

यार बेशक़ था हमख़याल मेरा

उसका मज़हब मुझे पसंद न था।।सुरेशसाहनी

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