तुम कुछ बदले बदले हो।

क्या तुम पहले जैसे हो।।

चाहा पर ना पूछ सका

कब आये हो कैसे हो।।

पहले जब तुम हँसते थे

जैसे मोती झरते थे

अब जबसे तुम आये हो

खोये खोये रहते हो।।

यूँ चुप रहना ठीक नहीं

घुटते रहना ठीक नहीं

क्या तुमको कोई ग़म है

मुझसे तो कह सकते हो।।

#सुरेशसाहनी

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