ग़ौर इतना तो मेरे अल्ला को करना चाहिए

यार ये बकरीद  सावन में न पड़ना चाहिए

और फिर आज तो सावन का सोमवार भी है

और फिर अगले दिन हनुमान जी का वार भी है

पाँच दिन और हमें यूँ ही बिताना होगा

पाँच दिन बाद घर अब्दुल का ठिकाना होगा।।

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