नहीं होता नरसिंह अवतार
ना ही आते हैं कृष्ण हर बार
नारियों के आर्तनाद से अवतार नहीं होते
इसके लिए जाना पड़ता है
साधुओं और ऋषि मुनियों को ब्रम्हा के पास
जो मौन रहते हैं तब भी
जब कोई विश्रवा सूत
चिन्मय होकर गिद्धराज के पंख काट देता है
और देवराज मौका पाकर
किसी भी अहिल्या को पत्थर कर सकते है
और किसी निरीह की सुनकर पुकार
भगवान नहीं लिया करते अवतार
चार युग मे चौबीस बार बस
कितनी अहिल्या तर पाएंगी
जब हर रोज होते हैं असंख्य दुराचार
तो नहीं आएंगे कृष्ण हर बार
शायद कभी नही
पांचाली रोना बन्द कर
तू चामुंडा है प्रतिकार सीख
खुद में लेना अवतार सीख.....
सुरेश साहनी, कानपुर
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