सँवर  के रात मेरी चांदनी सी हो जाये।

छुओ तो यूँ कि छुवन सनसनी सी हो जाये।।

कि ताल ताल मेरी धडकनों में गूंज उठे

कि श्वांस श्वांस मधुर रागिनी सी हो जाये।।

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