हमारी कोशिशें जितनी बड़ी हैं।

हमारी ख्वाहिशें उतनी बड़ी हैं।।

न यूँ उचाईयों पे रश्क करना

पता है लग्जिशें कितनी बड़ी हैं।।SS

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