द्विगुणित करवा चौथ का हो जाता उल्लास।

जो पिय होते चांद सह इस विरहिन के पास ।।SS


कृष्ण पक्ष की चौथ का चंदा कातिक मास।

पुनः पुनः मधुयामिनी का देता आभास।।SS

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