इश्क़ अगर पर्दे में है  रानाई है।

इसके आगे जहमत है रुसवाई है।।

झूठ बोलकर क्यों ज़मीर मारेगा पर

सच बोलेगा किसकी शामत आयी है।।

जीवन समझो एक अधूरी सी लड़की

मौत समझ लेना उसकी कुड़माई है।।

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