हनुमान दलित थे या नहीं यह तो नहीं पता लेकिन वे शासक वर्ग थे ,यह पता है।सुग्रीव, बालि , नल,नील आदि सब शासक थे।एक  सज्जन ने कहा कि वे मल्लाह थे।मैंने पूछा- सो कैसे?

उनका उत्तर था- मल्लाह भोली कौम है ज़रा सा कोई पुचकार दे , ये लोग उसके प्रेम में पागल हो जाते हैं।और इतने पागल कि सामने वाले के प्यार में तीसरे पक्ष का घर भी फूँक  डालते हैं।

आज भी राम के नाम पर सबसे ज्यादा यही समाज जान देने को उतारू रहता है।

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