क्षतियाँ स्वाभाविक हैं
फसलें भी तैयार होने तक
तीस प्रतिशत नष्ट हो जाती हैं
यह सहज है
हर पदार्थ की अर्धायु होती है
जीवन मे सारा समय
उपयोग में नहीं गुज़रता
हमनें देखा है
आग जलने पर पूरी ऊर्जा
का उपयोग नहीं हो पाता
बिजली, बरसात ,धूप और
जीवन के सभी हासिल
कभी पूरी तरह
इस्तेमाल नहीं हो पाते
और तो और
कुछ भी पूरी तरह
नष्ट भी नहीं होता
यह सब सत्य है,
सहज है ,फिर भी
हम सहज नहीं हो पाते
पूरी तरह.......
Suresh Sahani
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