राजा साहब को चमचे ही घेरे हैं।

वे सोचें हैं , जनता उनके पीछे है।।

समय नहीं जनता ही यह बतलाएगी

अब ज़मीन किसके कदमों के नीचे है।।

Suresh Sahani

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