कट रही है ज़िन्दगी अब सिर्फ़ यादों के सहारे।

मर ही जाते जो न मिलते ज़िन्दगी में ग़म तुम्हारे।।

यूँ तो सूरज भी मुझे पहचानता होगा यक़ीनन

पर मुझे पहचानते हैं रात तन्हा चाँद तारे।।

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