अक्सर उसको लोग ग़ज़ल भी कहते हैं।

कुछ तो ज़िंदा ताजमहल भी कहते हैं।।


उसको समझना बेशक़ मुश्किल है लेकिन

उसको हर मुश्किल का हल भी कहते हैं।।


कुछ कहते हैं मू - ए-मुकद्दस है तो कुछ

लोग इसे ही हज़रत बल भी कहते हैं।।


उसकी ज़ुल्फ़ें लंबी नज़्में लगती हैं

कुछ उसको किस्मत का बल भी कहते हैं।।


उसका चेहरा क्या नूरानी है वल्लाह

देखने वाले  सुर्ख कँवल भी कहते हैं।।


कहने वाले कहते हैं दीवाना भी

 कहने वाले ही पागल भी कहते हैं।।

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