मरते जाते जज़्बातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।
इंसानी रिश्तों नातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।।
सरकारें दुश्मन होती हैं वैसे भी ज़िंदा लोगो की
फिरक्यों सरकारी खातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।।
देखो इन ज़िंदा लाशों को इनमें अब भी कुछ हरकत है
मुर्दा लोगों की बातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।।
बेलौस चमक ले आते हैं सूनी आंखों के कोटर में
इन बुझते एहसासातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।।
आखिर कैसे झोंपड़ियों में महलों से ज्यादा जीवट है
आख़िर कैसे बरसातों में कुछ लोग अभी भी जिंदा हैं।।
सुरेश साहनी, कानपुर
Comments
Post a Comment