प्यार करना भी दर्द देता है।

छोड़ देना भी दर्द देता है।।

बोल देना भी दर्द देता है

कुछ न कहना भी दर्द देता है।।

दिल की बातों पे शायरी की तरह

वाह कहना भी दर्द देता है।।

मेरी अपनी कहानियां सुनकर

उसका हंसना भी दर्द देता है।।

गैर देते हैं दर्द लाज़िम है

कोई अपना भी दर्द देता है।।

एक भूली हुयी कहानी का

याद आना भी दर्द देता है।।

सुरेश साहनी, कानपुर

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