दिल से मेरी तस्वीर लगाने का सबब क्या।

जब प्यार नहीं है तो बताने का सबब क्या।।

निस्बत ही नहीं कोई तो शिकवे हों भला क्यों

है प्यार मुहब्बत तो सताने का सबब क्या।।

जब दूर ही रहना है तो जाओ कहीं रहलो

अंगनाई में दीवार उठाने का सबब क्या।।

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