इतना गिरकर मैं लिख नहीं सकता।।
सच से हटकर मैं लिख नहीं सकता।।
यूँ भी कड़वी ज़ुबान है अपनी
नीम शक्कर मै लिख नहीं सकता।।
और कितना ज़हर पिलाओगे
ख़ुद को शंकर मैं लिख नहीं सकता।।
आप तलवार से डराते हो
और डर कर मैं लिख नहीं सकता।।
तुम बहुत ही हसीन हो शायद
इससे बेहतर मैं लिख नहीं सकता।। साहनी
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