पहले जी भर कर सता लेगा मुझे।

फिर मुहब्बत से मना लेगा मुझे।।


ऐसे देखेगा कि मैं तस्वीर हूँ

फिर वी आईना बना लेगा मुझे।।


याद दिल करता फिरेगा उम्र भर

यूँ वो बातों में भुला लेगा मुझे।।


एक छोटी सी खुशी के वास्ते

आज लगता है रुला लेगा मुझे।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है