गजल


धूँआ धाकड़ लीन दिवाली

के मानत ई ग्रीन दिवाली


जादव कुर्मी बाभन सोइत

सभहँक भिन्ने भीन दिवाली


सभठाँ नेता एकै रंगक

भारत हो की चीन दिवाली


छन छन टूटै नहिएँ जूटै

सीसा पाथर टीन दिवाली


देशक बाहर देशक भीतर

सौंसे घिनमा घीन दिवाली


सभ पाँतिमे 22-22-22-22 मात्राक्रम अछि

दू टा अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि

सुझाव सादर आमंत्रित अछि #आशीषअनचिन्हार

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है