हुस्न का एतबार मत करना।

इश्क में जांनिसार मत करना।।


फिर मुहब्बत से कह दिया उसने

अब मेरा इंतजार मत करना।।


इश्क करना भले गुनाह न हो

ये खता बार बार मत करना।।


हुस्न को कैफियत से जी लेना

दिल मगर सोगवार मत करना।।

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