हम थे किस को तलाशने निकले।

कब थे ख़ुद को तलाशने निकले।।


अपने दिल मे न झाँक पाये हम

और उसको तलाशने निकले।।


हम थे पागल सराय-फानी में

अपने घर को तलाशने निकले।।


क्यों न मिलता सुरेश दुख तुमको

तुम थे सुख को तलाशने निकले।।

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