सत्य कहाँ कोई सुनता है
अब गाऊंगा झूठ बिकेगा।
आडम्बर से मढ़कर खुद को
जब बेचूंगा टूट बिकेगा।।......
कीमत अब आदमी की नहीं
पर पद का सम्मान बड़ा है
पद पाकर हैं मूढ़ प्रतिष्ठित
पर कागज़ पर ज्ञान बड़ा है
जितना भारी पद पा लूंगा
उतना महंगा सूट बिकेगा।।......
....
सुरेश साहनी
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