कुछ ऐसी बीमारी भी।

कुछ तन की लाचारी भी।।

फिर अपने ही ऊपर है

घर की जिम्मेदारी भी।।


खुद ही रुकना पड़ता है

अपने फ़र्ज़ निभाने को

ख़ुद ही करनी पड़ती है

चलने की तैयारी भी।।


अपनों ने ठुकराया जब

ग़ैरों ने समझाया तब

माना फ़र्ज़ बड़ा है पर

सीखो दुनिया दारी भी।।

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