साथ निभाना हो तो बोलो।
वापस आना हो तो बोलो।।
हाथ पकड़ लो हिम्मत है तो
या घबराना हो तो बोलो।।
रोज बनाते आये हो तुम
और बहाना हो तो बोलो।।
सब कुछ मेरा जान चुके हो
कुछ अनजाना हो तो बोलो।।
चार कदम ही साथ चले हो
मुड़ कर जाना है बोलो।।
साथ निभाना हो तो बोलो।
वापस आना हो तो बोलो।।
हाथ पकड़ लो हिम्मत है तो
या घबराना हो तो बोलो।।
रोज बनाते आये हो तुम
और बहाना हो तो बोलो।।
सब कुछ मेरा जान चुके हो
कुछ अनजाना हो तो बोलो।।
चार कदम ही साथ चले हो
मुड़ कर जाना है बोलो।।
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