जब सेवा का भार उठाना।
बनकर जिम्मेदार उठाना।।
हर सर को छत देना लेकिन
मत दिल मे दीवार उठाना।
प्रश्न कोई यदि जनपक्षिय हो
संसद में सौ बार उठाना।।
पहले पढ़ लेना संसद में
जब कोई अख़बार उठाना।।
जितने हल कर सकना उतने
प्रश्नों के अंबार उठाना।।
जन के सरोकार से जुड़कर
गिरे पड़े लाचार उठाना।।
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