किस ज़हाँ में यार मैं तुमसे बिछड़ कर जाऊंगा।

ये तो तय है तुमसे बिछडूंगा तो मैं मर जाऊंगा।।

तुम न तन्हा रह सकोगे वस्ल इक होने के बाद

जीस्त के  हर खालीपन में मैं ही में भर जाऊंगा।।साहनी

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