वो अरसे से मुहब्बत कर रहे हैं।

तभी हर शय से नफ़रत कर रहे हैं।।

न होगा क्यों मेरा  किरदार रोशन

अंधेरे ख़ुद हिफाजत कर रहे हैं।।

उसे  शक है हमारे हौसले पर

ये हम जिसकी बदौलत कर रहे हैं।।

ज़फाओं  के लिए मशहूर हैं जो

निभाने की नसीहत कर रहे हैं।।

जेहन में इस कदर नफरत खुदारा

ये हम किसकी इबादत कर रहे हैं।।

उन्हें यलगार पर शायद यकीं हो

वो अरसे से सियासत कर रहे हैं।।

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