शुभ समाचार की प्रतीक्षा है।
एक अवतार की प्रतीक्षा है।।
जिस से भगवान अवतरित होंगे
उस अनाचार की प्रतीक्षा है।।
धर्म को और डगमगाने दो
ये तो हर बार की प्रतिक्षा है।।
जो गरीबों के हक में भी सोचे
ऐसी सरकार की प्रतीक्षा है।।
हर बुरे आदमी की पत्नी को
कृष्ण से यार की प्रतीक्षा है।।
लोग दायित्व भूल बैठे हैं
मात्र अधिकार की प्रतीक्षा है।।
एक अच्छी सी गीतिका उतरे
इस कलमकार की प्रतीक्षा है।।
सुरेश साहनी कानपुर
9451545132
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