तुम जहाँ हमसे किनारे हो गए।
हम वहीं पर बेसहारे हो गए।।
झील आंखों में ठहर कर रह गयी
और हम टूटे शिकारे हो गए।।
तुम हमारे कब रहे दिल से कहो
और हम दिल से तुम्हारे हो गए।।
दिल को दिल की राह कब मालूम थी
और आंखों में इशारे हो गए।।
तुम जहाँ हमसे किनारे हो गए।
हम वहीं पर बेसहारे हो गए।।
झील आंखों में ठहर कर रह गयी
और हम टूटे शिकारे हो गए।।
तुम हमारे कब रहे दिल से कहो
और हम दिल से तुम्हारे हो गए।।
दिल को दिल की राह कब मालूम थी
और आंखों में इशारे हो गए।।
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